शराब के बाद शबाब का मजा

शराब के बाद शबाब का मजा

Antarvasna, kamukta: मैंने कावेरी से कहा कावेरी जल्दी से तैयार हो जाओ हमें देर हो रही है। हम लोग उस दिन मूवी देखने के लिए जा रहे थे मैंने पहले ही ऑनलाइन टिकट बुक करवा ली थी। मूवी देखने का प्लान कावेरी ने हीं बनाया था उस दिन कावेरी की छुट्टी थी और मेरी भी छुट्टी थी। हम दोनों की मुलाकात मुंबई में ही हुई थी और हम दोनों ने एक दूसरे से शादी कर ली जब हम दोनों की शादी हो गई तो उसके बाद हम दोनों ने फैसला किया कि हम मुंबई में ही रहेंगे और जल्द ही हम लोगों ने घर भी ले लिया था। मैंने अपनी तनख्वाह में से कुछ पैसे बचा लिए थे जिसके बाद मैं घर ले चुका था हम दोनों अपनी शादीशुदा जिंदगी से बहुत ही खुश थे। उस दिन हम लोग मूवी देखने के लिए गए कावेरी उस दिन बहुत ही ज्यादा सुंदर लग रही थी मैंने कावेरी से कहा तुम बहुत अच्छी लग रही हो तो कावेरी मुझे कहने लगी कि अजीत तुम हर रोज मेरी तारीफ करते रहते हो।
मैंने उसे कहा जब तुम मुझे अच्छी लगती हो इसीलिए तो मैं तुम्हारी तारीफ कर रहा हूं वह भी मुस्कुराने लगी और कुछ देर हम लोग मूवी थिएटर के बाहर ही इंतजार करते रहे। थोड़ी देर बाद हम लोग मूवी देखने के लिए चले गए मूवी देखने के बाद हम दोनों घर लौटे और कावेरी मुझे कहने लगी कि मैं काफी थक चुकी हूं। उस दिन हम दोनों ही काफी थक गए थे कावेरी ने खाना बनाया और हम लोग खाना खा कर जल्दी सो गए थे। अगले दिन जब मैं सुबह उठा तो मैंने देखा 8:00 बज चुके थे और मुझे जल्दी तैयार होकर ऑफिस निकलना था मैंने कावेरी से कहा कि मुझे ऑफिस के लिए लेट हो रही है मैं जल्दी से तैयार हो जाता हूं। मैं जल्दी से तैयार हो गया था और उसके बाद मैं अपने ऑफिस के लिए निकल पड़ा कावेरी ने मुझे कहा कि जब शाम के वक्त आप ऑफिस से फ्री हो जाएंगे तो मुझे फोन कर देना। मैंने कावेरी को कहा ठीक है मैं तुम्हें फोन कर दूंगा और शाम के बाद जैसे ही मैं अपने ऑफिस से फ्री हुआ तो मैंने कावेरी को फोन किया। मैंने कावेरी को फोन किया और मैं कावेरी का इंतजार कर रहा था उसके बाद कावेरी और मैं साथ में घर लौटे।
मैं कावेरी को लेने के लिए उसके ऑफिस गया हुआ था। जब हम लोग घर लौटे तो कावेरी मुझे कहने लगी कि अजीत कल मम्मी और पापा यहां आ रहे हैं तो मैंने कावेरी से कहा लेकिन तुमने मुझे इस बारे में तो कुछ नहीं बताया। कावेरी कहने लगी कि उन लोगों ने मुझे आज दोपहर में ही फोन किया था उन्होंने मुझे भी इस बारे में नहीं बताया। कावेरी के पापा मम्मी नागपुर में रहते हैं और वह लोग अगले दिन सुबह ही मुंबई पहुंचने वाले थे इसलिए मैंने सोचा क्यों ना मैं उन्हें लेने के लिए रेलवे स्टेशन चला जाऊं। उस दिन मैं उन्हें लेने के लिए रेलवे स्टेशन चला गया उसके बाद वह लोग घर पर आ चुके थे और कावेरी ने उस दिन अपने ऑफिस से छुट्टी ले ली थी। जब मैं शाम के वक्त ऑफिस से घर पहुंचा तो कावेरी के पापा से मैंने काफी देर तक बात की सुबह के वक्त उनसे मेरी ज्यादा बात नहीं हो पाई थी लेकिन उस वक्त उन्होंने मुझसे पूछा कि बेटा काफी समय हो गया था हम लोग कावेरी से मिले भी नहीं थे तो सोचा हम लोग कावेरी से मिल लेते हैं। उनके साथ काफी देर तक मैंने बात की वह लोग हमारे साथ दो दिनों तक रुके और दो दिन बाद वह चले गए। अब वह लोग चले गए थे मैंने कावेरी से कहा कि कावेरी मैं कुछ दिनों के लिए अपने काम से बेंगलुरु जा रहा हूं कावेरी कहने लगी कि आप बेंगलुरु से वापस कब लौटेंगे तो मैंने कावेरी को कहा मैं दो दिन बाद बेंगलुरु से वापस लौट आऊंगा। कावेरी कहने लगी कि ठीक है तुम अपना ध्यान रखना और फिर मैं कुछ दिनों के लिए बेंगलुरु चला गया मैं जब बेंगलुरु गया तो वहां से मैं दो दिन बाद वापस लौटा। जब मैं बेंगलुरु से वापस लौटा तो कावेरी घर पर अकेली थी और वह काफी बीमार हो गई थी मैं उस दिन उसे घर के पास वाले डॉक्टर के पास लेकर गया। हमारे घर के पास ही एक क्लीनिक है मैं उसे वहीं लेकर गया कावेरी को डॉक्टर ने देखते ही कहा कि कावेरी काफी ज्यादा बीमार हैं और कावेरी को कुछ दिनों के लिए बेड रेस्ट लेना पड़ेगा। कावेरी ने उस वक्त अपने ऑफिस से छुट्टी ले ली थी मैंने कावेरी को कहा कि कावेरी तुम कुछ दिनों तक घर पर ही आराम करो।
कावेरी ने करीब एक हफ्ते तक घर पर आराम किया और उसके बाद वह ठीक होने लगी थी कुछ दिनों बाद कावेरी पूरी तरीके से ठीक हो चुकी थी। हमारे पड़ोस में एक परिवार रहने के लिए आया उन लोगों को अभी आए हुए कुछ दिन ही हुए थे क्योंकि वह बिल्कुल हमारे फ्लैट के सामने वाले फ्लैट में रहते थे इसलिए हम लोगों का परिचय हो गया। अब हम लोगों का परिचय हो चुका था लेकिन मैंने जब कविता को पहली बार देखा तो कविता को देखकर मुझे बहुत अच्छा लगा मैं चाहता था कि कविता के साथ सेक्स करूं क्योंकि कविता दिखने में बहुत ही ज्यादा सुंदर है और उसकी सुंदरता मुझे अपनी और मोहित करती थी इसलिए मैं कविता के साथ संभोग करना चाहता था। कविता कॉलेज में पढ़ाई करती है लेकिन वह जब भी घर पर आती तो अक्सर मुझे देखा करती मुझे भी यह लगता कि कहीं ना कहीं वह भी चाहती है कि वह मेरे साथ संभोग करें इसीलिए तो मैंने कविता से एक दिन कहा क्या वह मेरे साथ घूमने के लिए चलेगी? कविता इस बात के लिए तुरंत तैयार हो गई और उस दिन हम दोनों ही एक साथ चले गए हम एक पब मे गए वहां पर हम लोगों ने ड्रिंक कि उस दिन कविता काफी ज्यादा शराब के नशे में हो गई थी जिस वजह से उसे कुछ भी होश नहीं था लेकिन मैं तो चाहता था कि कविता के साथ में सेक्स का जमकर मजा लू और कविता भी यही चाहती थी।
हम लोग वहां से एक होटल में चले आए मैंने उस दिन कावेरी को कहा था मुझे घर आने में देर हो जाएगी इसलिए कावेरी का फोन मुझे अभी तक नहीं आया था। हम दोनों ने उस दिन होटल में जमकर सेक्स का मजा लिया कविता और मैं साथ में ही थे मैंने जब कविता को अपनी गोद में बैठाया तो वह मेरी छाती को सहलाने लगी और उसने मेरी शर्ट के बटन को खोलते हुए जब मेरी छाती पर अपने हाथ को रखा तो मेरे दिल की धड़कन तेज होने लगी और मेरे अंदर से एक अलग ही गर्मी पैदा होने लगी थी। मैंने उसे बिस्तर पर लेटा दिया मैं कावेरी के ऊपर लेट चुका था मैंने जब उसके कपड़ों को उतारना शुरू किया तो उसके कपड़े उतारने के बाद मैंने उसकी ब्रा को भी उतारकर एक किनारे रख दिया और उसके स्तनों का रसपान में करने लगा उसके बूब्स को जब मैं अपने हाथों से दबाता तो मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था। उसके मुंह से भी उत्तेजित करने वाली आवाजें निकल रही थी वह मुझे इतनी ज्यादा उत्तेजित कर रही थी कि मैंने उसके निप्पल को अपने मुंह में लेकर उनका रसपान करना शुरू किया वह मुझे कहने लगी मेरी योनि से बहुत ज्यादा पानी बाहर की तरफ को निकल रहा था। उसकी योनि पर मैंने जैसे ही अपनी उंगली को लगाया तो उसकी योनि से काफी ज्यादा पानी बाहर की तरफ को निकालने लगा था। मैंने जब उसकी योनि पर अपने लंड को टच किया तो वह जोर से चिल्लाई और कहने लगी आप लंड को मेरी चूत में जल्दी से डाल दो लेकिन मैं इतनी जल्दी से उसकी चूत के अंदर लंड को नहीं डालना चाहता था कुछ देर मै उसके साथ आनंद लेना चाहता था। जब मैंने उसके स्तनों को चूसना शुरू किया तो मुझे अच्छा लग रहा था और जैसे ही मैंने उसकी योनि पर अपनी जीभ को लगाकर उसकी योनि को चाटना शुरू किया तो वह बहुत ज्यादा खुश हो गई। वह मुझे कहने लगी मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा है मैंने उसकी योनि को काफी देर तक चाटा वह काफी ज्यादा खुश हो गई थी।
मैंने उसके दोनों पैरों को खोल लिया मैंने जैसे ही उसके पैरों को खोला तो वह मुझे कहने लगी मुझे बहुत मजा आ रहा है और उसकी चूत को मैं चाटे जा रहा था जिससे कि वह बहुत ज्यादा खुश हो गई थी। मैं बिल्कुल भी रह नहीं पा रहा था मैंने उसकी चूत को बहुत देर तक चाटा जिससे कि उसकी गर्मी में बढ़ोतरी हो गई थी मैंने जैसे ही उसकी चूत के अंदर धीरे-धीरे अपने लंड को प्रवेश करवाना शुरू किया तो मेरा आधा लंड उसकी योनि में घुस चुका था और उसके मुंह से बड़ी तेज आवाज में सिसकियां निकल रही थी।
मैंने एक झटके के साथ अब अपना पूरा लंड उसकी योनि में घुसा दिया मेरा लंड उसकी चूत के अंदर जाते ही वह जोर से चिल्लाते हुए मुझे कहने लगी आज तो मजा ही आ गया मैंने जब उसके दोनों पैरों को कंधों पर रखकर उसे तेज गति से चोदना शुरू किया तो वह कहने लगी आज मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा है। मैं इस बात से बहुत ही ज्यादा खुश था वह भी बहुत ज्यादा उत्तेजित हो रही थी उसने मुझे कहा आज मुझे बहुत ही ज्यादा मजा आ रहा है मैंने उसकी चूत की तरफ देखा तो उसकी योनि से खून निकल रहा था। मेरा लंड भी बहुत ज्यादा कठोर हो चुका था जिस वजह से मुझे लगने लगा था कि शायद मैं ज्यादा देर तक उसकी चूत की गर्मी को नहीं बर्दाश्त कर पाऊंगा और ऐसा ही हुआ जल्दी ही मेरे वीर्य पतन हो गया और जैसे ही मेरा वीर्य पतन हुआ तो मैंने उसे कहा मुझे तो मजा आ गया और उसे बहुत ही ज्यादा मजा आ गया था क्योंकि उसकी इच्छा पूरी हो चुकी थी और मैं भी खुश हो चुका था फिर हम लोग देर रात घर लौट आए यह बात कभी भी मैंने कावेरी को पता नहीं चलने दी।