लंड के लिए तडपती रहती थी
Antarvasna, desi sex kahani: हमारे दोस्तों ने शिमला घूमने का प्लान बनाया और हम सब लोग शिमला घूमने के लिए चले गए। गौतम मेरा बहुत ही करीबी दोस्त है क्योंकि हम दोनों एक दूसरे को बचपन से ही जानते हैं बाकी सब दोस्तों से मेरी मुलाकात कॉलेज के दौरान ही हुई थी। गौतम और मैं हम दोनों एक दूसरे के पड़ोस में रहते हैं इसलिए हम दोनों की काफी अच्छी बॉन्डिंग है। शिमला घूमने के दौरान हम लोगों ने खूब इंजॉय किया हम लोगों ने वहां जमकर एंजॉय किया और कुछ दिनों बाद हम लोग वहां से वापस लौट आए। जब हम लोग वापस लौट रहे थे तो हमारी कार खराब हो गई जिस वजह से हम लोगों को काफी ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ा। हम लोगो ने जैसे तैसे अपनी कार को ठीक करवा लिया था और उसके बाद हम लोग वापस दिल्ली लौट आए जब हम लोग दिल्ली लौटे तो उसके बाद मैं अपने ऑफिस जाने लगा था। मैंने करीब एक हफ्ते की छुट्टी ली थी जब मैं ऑफिस गया तो ऑफिस में काफी ज्यादा काम था और मैं अपने काम में ही बिजी हो गया था इस दौरान मेरी मुलाकात गौतम के साथ भी नहीं हुई थी। एक दिन गौतम और मैं हमारी कॉलोनी के पार्क में ही बैठे हुए थे उस दिन मेरी छुट्टी थी और मैं घर पर ही था गौतम ने मुझे कहा कि चलो आज कहीं बाहर चलते हैं।
मैंने उसे कहा लेकिन हम लोग आज कहां जाएंगे तो उसने मुझे कहा कि चलो आज हम लोग पब में चलते हैं और उस दिन हम दोनों ही पब में चले गए। मैं और गौतम जब पब में गए तो वहां पर गौतम ने मुझे अपने और दोस्तों से मिलवाया वह लोग गौतम के ऑफिस में ही जॉब करते थे। गौतम ने जब मुझे रचना से मिलवाया तो रचना मुझे बहुत ही अच्छी लगी रचना के साथ बात करना मुझे अच्छा लग रहा था। उस दिन हम दोनो बात कर रहे थे और उस रात हम लोग जब घर लौटे तो काफी ज्यादा देर हो गई थी अगले दिन मुझे सुबह अपने ऑफिस जल्दी जाना था लेकिन मेरी नींद पूरी नहीं हुई थी जिससे कि मुझे काफी ज्यादा थकान महसूस हो रही थी। जब शाम के वक्त मैं घर लौट रहा था तो मेरा मोटरसाइकिल से एक्सीडेंट हो गया मुझे ज्यादा चोट तो नहीं आई लेकिन एक-दो दिन के लिए मैंने अपने ऑफिस से छुट्टी ले ली थी।
एक दिन मुझे गौतम मिला तो गौतम मुझे कहने लगा कि तुम्हारे बारे में मुझसे रचना पूछ रही थी रचना को तुम्हारी कंपनी बड़ी पसंद आई थी। मैंने उसे कहा कि क्या रचना का नंबर तुम मुझे दे सकते हो तो गौतम ने मुझे कहा कि क्यों नहीं मैं तुम्हें रचना का नंबर दे देता हूं और उसने मुझे रचना का नंबर दे दिया। जब गौतम ने मुझे रचना का नंबर दिया तो उसके बाद हम दोनों एक दूसरे से फोन पर बातें करने लगे हम दोनों की फोन पर काफी ज्यादा बातें होने लगी थी और हम दोनों को एक दूसरे से बात कर के अच्छा लगता। मैंने रचना से मिलने का फैसला किया और हम दोनों जब कॉफी शॉप में मिले तो हम दोनों साथ में बैठकर एक दूसरे के बारे में जानने की कोशिश कर रहे थे इससे पहले तो हम लोग एक दूसरे को अच्छे से जान नहीं पाए थे। रचना ने मुझे बताया कि उसकी सगाई कुछ समय पहले हुई थी लेकिन उसकी सगाई किसी वजह से टूट गई, मैंने रचना को कहा कि लेकिन तुम्हारी सगाई टूटने की वजह क्या थी। रचना ने मुझे उस दिन इस बारे में बताया और कहा कि जिस लड़के से मेरी सगाई होने वाली थी वह लोग दहेज के लिए मांग कर रहे थे और मैंने उन्हें साफ तौर पर मना कर दिया था इसी वजह से मेरी सगाई टूट गई। रचना बहुत ही हिम्मतवाली लड़की है और मुझे रचना के साथ बात करना भी अच्छा लगता। उस दिन रचना ने मुझे अपने और अपने परिवार के बारे में काफी कुछ बताया। हम लोग उसके बाद घर वापस लौट चुके थे उस दिन मैंने रचना को उसके घर तक छोड़ा और फिर मैं अपने घर वापस लौट आया था। रचना और मैं एक दूसरे से अक्सर मुलाकात करते थे यह बात गौतम को भी पता थी गौतम मुझे कहने लगा कि क्या रचना को तुम पसंद करने लगे हो तो मैंने उसे कहा शायद मैं रचना को पसंद करने लगा हूं। गौतम ने मुझे बताया कि रचना बहुत ही अच्छी लड़की है और उस दिन गौतम ने मुझे उसकी सगाई के बारे में बताया तो मैंने गौतम को कहा कि मुझे रचना ने इस बारे में बता दिया था। गौतम कहने लगा कि लगता है तुम दोनों का रिलेशन कुछ ज्यादा ही आगे बढ़ने लगा है तुम दोनों एक दूसरे से बातें भी शेयर करने लगे हो।
मैंने गौतम को कहा मुझे रचना अच्छी लगती है और उसके साथ जब भी मैं होता हूं तो मुझे बहुत ही अच्छा लगता है। अब धीरे-धीरे हम दोनों का मिलना और भी ज्यादा होने लगा था हम दोनों एक दूसरे को अक्सर मिलते रहते थे। मैं जब भी अपने ऑफिस से फ्री होता और रचना अपने ऑफिस से फ्री होती तो हम लोग अक्सर एक दूसरे को मिला करते हैं। हम दोनों की मुलाकात अब इतनी ज्यादा बढ़ने लगी थी कि एक रात जब हम दोनों फोन पर बात कर रहे थे तो उस दिन फोन पर बात करने के दौरान मेरे अंदर की गर्मी इतनी अधिक बढ़ चुकी थी कि मैं रचना के साथ संभोग करना चाहता था। रचना के साथ उस दिन फोन पर अश्लील बातें करने में मुझे मजा आ रहा था वह भी बहुत ज्यादा खुश हो गई थी वह मुझसे अपनी चूत मरवाना चाहती थी। हम लोग अक्सर एक दूसरे से ऐसी ही बातें करते थे लेकिन जब एक दिन मैंने उसे कहा कि आज मुझे तुम्हें चोदना है तो वह मुझे कहने लगी चलो आज कहीं बाहर ही रुकते हैं और उस दिन हम दोनों एक होटल में चले गए।
उस होटल में मैंने रूम लिया मेरे अंदर रचना को चोदने की खुशी थी जब हम दोनों कमरे में गए तो हम दोनों एक दूसरे से कुछ देर बात करते रहे लेकिन उसके बाद जब हम दोनों का शरीर गर्म होने लगा तो मैंने अब रचना के साथ संभोग करने का फैसला कर लिया था और मै उसके बदन को महसूस करने लगा था मैंने उसे अपनी गोद में बैठा लिया था। जिससे कि वह पूरी तरीके से उत्तेजित होने लगी थी उसकी गर्मी अब इतनी अधिक होने लगी थी कि वह मुझे कहने लगी मैं अपने आपको एक पल भी नहीं रोक पा रही हूं। मैंने उसे कहा रोक तो मैं भी अपने आपको नहीं पा रहा हूं लेकिन मुझे तुम्हारे साथ सेक्स करना है और मैं तुम्हारी चूत की खुजली को मिटाना चाहता हूं। मैंने रचना के कपड़े उतार दिए थे रचना के कपड़े उतारने के बाद जब वह पूरी तरीके से उत्तेजित होने लगी तो मेरे अंदर की गर्मी भी बढने लगी थी रचना मुझे कहने लगी मुझसे बिल्कुल नहीं रहा जा रहा है। उसने मेरे लंड को अपने अंदर समा लिया जब उसने ऐसा किया तो मुझे मजा आने लगा और मुझे इतना अधिक मज़ा आ रहा था कि मेरा मन कर रहा था बस रचना के साथ में संभोग का मजा लेता रहूं और मैंने रचना की चूत के अंदर अपने लंड को घुसाने का फैसला कर लिया था। रचना की योनि के अंदर जैसे ही मैंने अपने लंड को घुसाया तो उसकी चूत के अंदर तक मेरा लंड जा चुका था अब मैं उसे बड़ी ही तीव्र गति से धक्के मारने लगा था जब मैं ऐसा कर रहा था तो मुझे एक अलग ही प्रकार का मजा आ रहा था और मेरे अंदर गर्मी पैदा हो रही थी जिससे कि मेरा शरीर गरम हो चुका था। वह मुझे कहने लगी आज मुझे तुम्हारे साथ सेक्स करके ऐसा लग रहा है जैसे कि मेरी इच्छा पूरी हो गई हो मैंने उसके दोनों पैरों को आपस में मिला लिया था जिस से कि मुझे उसे धक्के मारने मे बडी आसानी हो रही थी और मैं उसे लगातार तीव्र गति से धक्के मार रहा था। मुझे उसे चोदना में इतना मजा आ रहा था कि मेरे अंदर की गर्मी अब इतनी ज्यादा बढ़ चुकी थी कि मैंने उसे कहा मैं बिल्कुल भी रह नहीं पाऊंगा तो वह मुझे कहने लगी रह तो मैं भी नहीं पा रही हूं इसलिए तुम जल्दी से मेरी चूत की खुजली को मिटा दो।
मैंने उसे कहा मैं तुम्हारी चूत की खुजली को जल्दी से मिटाना चाहता हूं और मैंने उसकी योनि के अंदर बाहर काफी देर तक अपने लंड को किया जिससे कि मेरा वीर्य उसकी योनि के अंदर गिर गया। जब ऐसा हुआ तो मैंने उसे कहा आज मुझे मजा आ गया वह भी बडी खुश हो गई थी और उसके बाद तो जैसे वह मेरे लिए तडपने लगी थी उसके बाद अक्सर हम दोनों एक दूसरे को मिलने लगे थे और एक दूसरे के साथ जब भी हम लोग सेक्स करते हैं तो हमें बहुत ही मजा आता। अभी कुछ दिनों पहले की ही बात है रचना बहुत ही ज्यादा तड़प रही थी और वह मुझसे कहने लगी मैं तुम्हारे साथ सेक्स करना चाहती हूं। उस दिन भी हम लोगों ने होटल में रूम ले लिया और उस दिन हम दोनों साथ में ही रुके।
उसने मेरी पैंट की चैन को खोला और जब उसने मेरे मोटे लंड को अपने मुंह में लेकर उसे चूसना शुरू कर दिया तो उसे बड़ा अच्छा लगने लगा था और मुझे भी बहुत अच्छा लग रहा था। वह बड़े अच्छे तरीके से अपने मुंह के अंदर लंड को ले रही थी जिससे कि मेरे अंदर की आग बढ़ती जा रही थी और मुझे बहुत ही मजा आ रहा था। मैंने उसे कहा मुझे तुम्हें चोदने मे बहुत अच्छा लग रहा है वह खुश हो गई थी और मैंने उसकी चूत के अंदर अपने लंड को डाल दिया उसकी चूत में लंड को डालते ही मैं उसे बड़ी तीव्रता से चोदने लगा वह मुझे कहने लगी जिस प्रकार से तुम मेरे साथ सेक्स कर रहे हो उस से मेरी आग पूरी तरीके से बढ़ चुकी थी। मैंने उसे कहा मुझे तो लगने लगा है कि मैं ज्यादा देर तक तुम्हारा साथ नहीं दे पाऊंगा और मैंने उसकी योनि के अंदर बाहर मेरा लंड हो रहा था तो मुझे मज़ा आ रहा था लेकिन मेरा वीर्य पतन जल्दी ही हो गया और उस रात हम लोगों ने तीन बार सेक्स का मजा लिया।