कवि की किस्मत चुदाई के बाद पलट गयी

उसने अपने कपडे भी फाड़ दिए और कहा इस नाचीज़ की चूत को खा जाओ | मैंने उसकी चूत को मजबूरी में चाटा और उसके बाद जैसे ही उसने मुझे अपना माल पिलाया मुझे जोश आ गया | उसके बाद मैंने उसे बिस्तर पे पटका और कहा बस अब आपको हमारे लंड की ताकत से रूबरू करवाता हूँ..

दो लंड और बीच में मै

मेरे पति जब ऑफिस से लौटते तो उनके पैर लड़खड़ा रहे होते थे और उनके चेहरे पर थकान रहती थी। यह सब ऑफिस की थकान थी वह काफी ज्यादा थके हुए नजर आते थे। मैं … (कहानी पढ़िए)

पहली चुदाई का नशा – पार्ट 5

नमस्कार दोस्तो. कैसे हो आप, मैं राजेश फिर एक बार आपके सामने एक रोमांचक चुदाई का सारांश लेके आया हु. मुझे कई सारे मेल मिले, मेरी कहानियोकी सरहाना की, ऊन सब लंडके लंडकियोनका मे तहे दिल … (कहानी पढ़िए)