कवि की किस्मत चुदाई के बाद पलट गयी

उसने अपने कपडे भी फाड़ दिए और कहा इस नाचीज़ की चूत को खा जाओ | मैंने उसकी चूत को मजबूरी में चाटा और उसके बाद जैसे ही उसने मुझे अपना माल पिलाया मुझे जोश आ गया | उसके बाद मैंने उसे बिस्तर पे पटका और कहा बस अब आपको हमारे लंड की ताकत से रूबरू करवाता हूँ..

मेरी पहली सुहागरात पड़ोस वाली भाभी के साथ

पहले तो वो शर्मा गई और फिर उन्होंने कहा की मुझे तुम्हारे साथ सेक्स करना है तो मैंने कहा कि आप अब ऐसा क्यूँ बोल रहे हो ? तब वो बोली की मेरे पति बाहर रहते हैं और मेरा मन करता है की मुझे कोई चोदे पर मेरी चूत प्यासी की प्यासी ही रह जाती है ….

दो लंड और बीच में मै

मेरे पति जब ऑफिस से लौटते तो उनके पैर लड़खड़ा रहे होते थे और उनके चेहरे पर थकान रहती थी। यह सब ऑफिस की थकान थी वह काफी ज्यादा थके हुए नजर आते थे। मैं … (कहानी पढ़िए)

नरम भाभी की गरम चुत

हैलो दोस्तो मेरा नाम विक्रम साह‌ है. अन्तर्वासना के दुनिया में सबका स्वागत करता हु. मैं रोज़ फ्री हिंदी सेक्स स्टोरीज डॉट नेट पर चुदाई की कहानियाँ पढ़ने आता हु… मैं रायपुर का रहने वाला … (कहानी पढ़िए)