में : अरे क्यों आप तो इतनी सुंदर हो फिर भी?
भाभी : हाँ उस समय मुझे मेरे कॉलेज में लाईन तो बहुत मारते थे, लेकिन में खुद जानबूझ कर ऐसे चक्कर में नहीं पड़ना चाहती थी।
में : तो फिर आपने भैया को कैसे पसंद किया?
भाभी : बस हम एक साथ एक ही ऑफिस में काम करते थे, इसलिए हमारी बातें शुरू होते हुए हम बहुत आगे बढ़ने लगे और हमे एक दूसरे से प्यार हो गया और फिर हमने शादी कर ली, लेकिन।
में : हाँ, लेकिन क्या भाभी प्लीज बताओ ना।
भाभी : कुछ नहीं, लेकिन हाँ क्यों तुम्हारी तो कोई गर्लफ्रेंड होगी ही?
में : हाँ पहले थी भाभी, लेकिन अब मेरी उससे बात बिल्कुल बंद हो गई है और अब मुझे कोई भी लड़की पसंद ही नहीं आती, क्योंकि मुझे आप जैसे कोई सुंदर मिल नहीं रही है।
भाभी : अच्छा तो तुम्हें मेरी जैसी बीवी चाहिए।
में : हाँ भाभी अगर कोई है तो आप मुझे जरुर बता देना।
दोस्तों मुझे उनकी बातों से ऐसा लगा कि वो अपनी सेक्स लाईफ से बहुत मायूस लग रही है। फिर हमारा खाना हो गया और फिर हम साथ में टी.वी. देखने लगे और अब में इंतज़ार कर रहा था कि कब गोली का असर चालू हो। फिर भाभी ने मुझसे कहा कि अमन मुझे कुछ चक्कर आ रहे है। फिर मैंने पूछा कि क्या हुआ भाभी?
तो उन्होंने मुझसे कहा कि पता नहीं, लेकिन मुझे बहुत अजीब सा महसूस हो रहा है। फिर मैंने उनसे कहा कि भाभी आप बेडरूम में जाकर लेट जाओ और में तब तक टी.वी. देखता हूँ। फिर वो उठकर खड़ी हुई और अपने बेडरूम में जाने लगी, तभी वो गिरने ही वाली थी कि तुरंत मैंने उसे पकड़ लिया और अपना सहारा दे दिया और फिर मुझे मानो उसके गोरे बदन को छूकर करंट सा लग गया। मैंने उनसे कहा कि भाभी में आपको बेडरूम में छोड़ देता हूँ और फिर उसे उसके बेडरूम में लेकर चला गया और तब तक मैंने उसके पूरे शरीर को छू लिया था और वो मेरा विरोध करने की हालत में बिल्कुल ही नहीं थी।
फिर मैंने उसे बेड पर लेटा दिया था और अब उसे नींद आने लगी थी।
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अब मुझसे रहा नहीं गया और मैंने अपनी टी-शर्ट और पेंट को उतार दिया और में पूरा नंगा हो गया। मेरा लंड पूरा तनकर खड़ा हो गया था, भाभी अब बेड पर उल्टी लेटी हुई थी और में सीधा बेड पर गया और में उनकी कमर पर हाथ फेरने लगा और कमर पर उसके कपड़ो के ऊपर से किस भी करने लगा था, क्योंकि पीछे से वो पूरा खुले हुए कपड़े पहनती थी और में धीरे धीरे उसकी गर्दन को, शरीर को किस करने लगा था और फिर में उसके ऊपर चड़ गया और अब में अपना लंड उसकी गांड को छू रहा था और में उसके पेट पर हाथ घुमा रहा था और कमर और गर्दन पर किस करता रहा। करीब 10 मिनट के बाद में नीचे उसकी गांड की तरफ गया और उसे कपड़ो के ऊपर से ही चूसने लगा और ज़ोर ज़ोर से दबाने लगा।
दोस्तों वो तो बिल्कुल होश में ही नहीं थी, लेकिन में तो पूरे जोश में था और ऐसे ही करीब 5 मिनट के बाद मैंने उसे सीधा किया। अब वो चीज़ मेरे सामने थी, जिसको में बहुत बेसब्री से दबाने का इंतज़ार कर रहा था। अब में उसके ऊपर आ गया और मैंने उसके होंठो पर किस किया, ओह यार क्या मज़ा आया, में उसे किस करने लगा और इस तरह मैंने उसकी गर्दन पर भी किस किया।
फिर में धीरे धीरे नीचे आया और उसके मस्त रसीली नाभि पर हाथ रखा और उसे चूसने लगा, में उसके ऊपर टूट पड़ा। मैंने उसके पूरे पेट को किस किया और एक हाथ मैंने धीरे से उसके बूब्स पर रख दिया और एक हाथ उसकी नाभि पर। फिर में उसके बूब्स पर आया और उसके कपड़ो के ऊपर से ही चूसने लगा और एक हाथ से दबा भी रहा था। तभी में दूसरे बूब्स को ज़ोर ज़ोर से चूस रहा था, वाह क्या मुलायम मुलायम बूब्स थे…
अभी तो में ऊपर से दबा रहा था और में तो उसके बूब्स पर टूट ही पड़ा था, मन तो किया कि साली के कपड़े फाड़ दूँ और इसके बूब्स को चूसने लग जाऊँ, लेकिन मैंने कंट्रोल किया, में फिर से उठा और मैंने धीरे धीरे उसके सारे कपड़े उतार दिए और अब वो मेरे सामने नंगी खड़ी थी। अब में वापस उसके ऊपर चड़ गया और बूब्स को ज़ोर ज़ोर से दबाने लगा और होंठो पर किस करने लगा। फिर में उसके बूब्स को चूसता रहा और दबाता रहा।
में करीब 15 मिनट तक ऐसे ही बूब्स को दबाता रहा, लेकिन फिर वो थोड़ी हिलने लगी, मन तो कर रहा था कि उसके बूब्स को में लगातार दबाता ही रहूँ, लेकिन सोचा कि अगर जाग जाएगी तो काम अधूरा रह जाएगा और अब में धीरे से उसकी चूत पर आ गया और चूमने लगा और मुझे ऐसा करने में बहुत ही मज़ा आ रहा था।
में अपनी जीभ से उसकी चूत को चाट रहा था। अब वो शायद थोड़ा होश में आ रही थी और उसकी आँख खुल गई थी तो मैंने अपना मोबाईल निकाला और में उसके पास में सो गया और मैंने उसके 2-3 बूब्स दबाते हुए फोटो भी लिए, क्योंकि में अब उसके साथ और भी सेक्स करना चाहता था, लेकिन ऐसे नहीं उसकी मंज़ूरी के साथ, इसलिए मैंने फोटो खींच लिए और वो फोटो भी ऐसे आए मानो कोई ज़बरदस्ती नहीं वो अपने आप अपनी मर्जी से सेक्स कर रही है, ऐसे आए।
दोस्तों अभी भी उसे कुछ भी पता नहीं था कि उसके साथ क्या हो रहा है? अब में उठा और उसकी चूत की तरफ बढ़ा और अपना खड़ा लंड लेकर अब मैंने अपना लंड उसकी चूत के मुहं पर रगड़ा और फिर धीरे धीरे उसकी चूत में धक्के देने लगा। तब मैंने महसूस किया कि उसकी चूत एकदम टाईट थी, जैसे सालों से उसकी किसी ने चुदाई नहीं की हो। अब में जल्दी से उठकर एक तेल की बोतल ले आया।
मैंने थोड़ा सा तेल अपने लंड पर लगाया और फिर धक्के दिए, जिसकी वजह से मेरा आधा लंड फिसलता हुआ चूत के अंदर घुसने लगा और फिर मैंने एक ज़ोर का धक्का दे दिया और मेरा लंड उसके अंदर उसका थोड़ा खून भी बाहर निकला। फिर में धीरे धीरे धक्के देने लगा। करीब दस मिनट के बाद अब में जोश में आ गया था और मैंने ज़ोर ज़ोर से उसे चोदना शुरू किया। मैंने अपनी जितनी ताक़त थी, वो सब लगा दी और उसकी चुदाई कर रहा था।
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फिर करीब 15 मिनट के बाद मैंने उसे कुतिया बनाई। फिर उस पोज़िशन में भी चोदा और कभी उसकी गांड में भी धक्का मार देता, जिससे उसकी गांड लाल हो गयी थी, एक तरफ में उसे ज़ोर से धक्के मार रहा था और दूसरी तरफ उसके बूब्स को दबा रहा और उन्हें भी मैंने एकदम लाल कर दिए थे।
दोस्तों करीब 10-15 मिनट तक चोदने के बाद में अब झड़ने वाला था तो मैंने अपनी स्पीड को बड़ा दिया और 5 मिनट के बाद मैंने अपना पूरा स्पर्म उसकी चूत के अंदर ही डाल दिया, मुझे बहुत मज़ा आया। अब में उसके ऊपर और अपना लंड चूत में ही रखकर सो गया। दोस्तों वो अभी भी अपने पूरे होश में नहीं थी।
करीब आधे घंटे के बाद में उठा और उसके बूब्स को दबाने लगा और मैंने एक बार फिर से उसकी चुदाई शुरू कर दी और चुदाई खत्म होने के बाद मैंने उसे उठाया और जैसे तैसे उसके कपड़े पहनाए और सीधा लेटा दिया और में अपने घर पर चला गया। फिर में घर जाकर सो गया।
फिर करीब 6 बजे दरवाजे की घंटी बजी, में उस समय शॉर्ट्स में था और में उठकर दरवाजा खोलने चला गया, जैसे ही मैंने दरवाजा खोला तो किंजल भाभी मेरे सामने खड़ी हुई थी और उसने नाईट ड्रेस की जगह साड़ी पहन ली थी। फिर मैंने उनसे पूछा कि क्या भाभी अब आप ठीक हो, आपको चक्कर आ रहे थे ना? तो भाभी ने कहा कि हाँ में अब एकदम ठीक हूँ, भाभी को शायद पता नहीं था कि उनके साथ कुछ देर पहले क्या हुआ था?
फिर वो अंदर आई और उसने मुझसे पूछा कि तुम कब चले गये? तो मैंने कहा कि मैंने थोड़ी देर टी.वी. देखी।
फिर मैंने आपको बहुत बार आवाज़ दी, लेकिन आपने मुझे कुछ जवाब ही नहीं दिया, मुझे लगा कि आप शायद सो गयी होगी और फिर में दरवाजा बंद करके चला गया। दोस्तों मुझे ऐसा लगा कि भाभी को शायद अब दर्द हो रहा था, क्योंकि वो बार बार बात करते समय अपना एक हाथ अपनी चूत पर रख रही थी और वो ठीक से बैठ भी नहीं रही थी, उसे थोड़ा शक हुआ कि मैंने उसके साथ कुछ किया है, मुझे उसके चेहरे से ऐसा लग रहा था।
फिर वो कुछ देर बाद उठकर चली गयी और थोड़ी देर बाद मेरे घर वाले भी आ गये, लेकिन अभी भी मेरा मन नहीं भरा था और में उसे और भी चोदना चाहता था, लेकिन फिर से बेहोशी में नहीं उसके सामने ही, इसलिए में विचार करने लगा। फिर मुझे पूरे एक महीने तक ऐसा कोई मौका नहीं मिला, जिसका में फायदा उठा सकता।