मेने मेरी जीभ ऊस के उपर घुमाई और उसके निप्पल चुसने लगा. उसने मेरे सरके पिछे हाथ डालकर मेरे बाल पकड लिये और जोर से सिसकीया लेने लागी, आहहह…ओहहहहह…म्म्मम्म्मम्म राजू चुस जोर से , मेने एक एक करके दोनो बुबकी चुसाई जोर से चालू की , नीचे मेरे हाथ उसके चुत पर घुम रहे थे तभी मेने मेरी एक उंगली उसके चुत मे घुसा दि, उसने जोर से आहहहहह…..राजू ……और मे उंगली अंदर बाहर करणे लगा , ऊस वजह से वह अब और चहक उठी और मेरे सर को अपने मु की तरफ घुमाके मेरे होठो को चुसने लगी. एक हाथ मेरे तने हुवे लंड पर रख कर उसे आगे पिछे कर सहला ने लगी , अब मेरे लंड ने अपना आकार पूर्ण रुपसे ले लिया था. मे पुरे जोश मे उसके होट कभी बुब चुसते हुवे उसके चुत मे उंगली अंदर बाहर कर रहा था.
सेक्स काम चुदाई कहानी > बड़े भाई की मैं लुगाई
वो भी बडी कामुक सिसकीया ले रही थी , बाथरूम मे जोर से आवाज हो रही थी….. ओह… अहहहहहहह….म्म्मम्म्मम्म्म….औउउऊऊऊऊऊ…….अपनी चुत को मेरे उंगली पे ढकल रही थी……मेरे लंड को आगे पिछे कर रही थी. उसकी यह कामुक अवस्था देख मेरी हालत खराब होने लगी, मेने और एक उंगली इसकी चुत मे डाल दि , इस वजह से उसने मेरे लंड को और जोर से हिलाने लगी और बडबडा ने लगी राजू…..और जोर से…..आहहह …..अहाहा..आआआआ…. उसकी हाथ की रफतार बढ गयी वेसे मेने भी मेरी उंगली अंदर बाहर जादा रफ्तार से करना चालू किया , अब हम दोनो ही चरम सीमा तक आ चुके थे …उसने कहा राजू मे आ रही हु ,मेने और एक उंगली डालकर राफ्तार तेज कर दि , मेरे लंड पे उसके हाथ तेजीसे चलने लगे …और वो जोर से सिसकीया लेने लगी..
अहआआआआआआ…….ओऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊ…..म्म्मम्म्मम्म्मम्म्मम्म………….अहहहहहहहहहहहहहहहहह…….अहहहहहहहहहहहहहहहहहहह……आ…आ…आ …….. मे भी अपनी परम सीमा पे पोहच गया …..दोनो की सिसकीया अब जोर से मिल गयी और हम दोनो ने अपना पाणी एक साथ छोड कर एक दुसरे को लपेट गये , मेरा सारा वीर्य उसके बदन पे फेल गया…. करिब पाच मिनिटं हम एक दुसरे को लपेटे रहे. फिर उसने मुझे अलग करते हुवे अपनी सलवार ली और खुदका पुरा बदन पोछ लिया.
सेक्स काम चुदाई कहानी > मेरी चूत को भाई के लंड से चुदने की तड़प
अब मेने भी थोडी देर रुकर उसको बोला चलो अब ये झाटो के जंगल से ‘तेरी चुत को आजाद कर देते है…. उसको मेने स्टूल पर बैठ ने के लिये बोला. वो अपने दोनो पेर फैलाकर हाथ पिछे दिवार का सहारा लिये अर्ध लेटी अवस्था मे बैठ गयी.मैने पाणी डालकर उसकी गिली चुत साफ करना चालू किया और वापीस साबुन लगाया …..अब मेने इरेजर लिया और उसके चुत के बाल साफ करणे लगा. सब बाल निकाल दिये . पाणी से अछि तरह से उसकी चुत साफ की. क्या चुत दिख रही थी, मे मेरे जिंदगी मे पहली बार चुत देखणे का आनंद ले रहा था वो भी इतनी नजदिकी से…
गुलाबी रसिली चुत चमक रही थी, मे उसे देखे ही जा रहा था. तभी रेखा बोली मेरे राजा अब खाली देखता ही रहेगा या और भी कुछ करेंगा , चल अब ‘तेरी इस जानू की चुत का रसपान कर इसे चाट चाट कर लाल कर दे. वेसेही मेने अपना सर नीचे किया और अपनी जीभ बाहर निकाल कर पुरी चुत पर नीचे से उपर घुमाई. वेसेही रेखा ने एक जोर की सिसकार दि अहहाआ. मेने अपनी जीभ की नोखं से उसके चुत के उपर का गुलाबी दाना चाटणे लगा, मेने मेरी जीभ अब पुरे चुत पर उपर नीचे करते करते उसके योनी द्वार मे घुसा दि ….रेखा मदमस्त हलकी सिसकीया लेने लगी…मेने अब एक कुत्ते की माफिक उसकी चुत अंदर बाहर करके चाटणे लगा..कुछ देर बाद रेखा बोली मुझे भी तेरा लंड चुसना है.
सेक्स काम चुदाई कहानी > प्यासी बीवी, अधेड़ पति – २
तब मेने बाथरूम का सारा सामान बाजू करके नीचे लेट गया और वह मेरे उपर 69 की पोजिशन मे आ गयी. उसने जेसे ही मेरे लंड के आगे के भाग पर आईसक्रीम चाटणे के माफिक अपनी जबान घुमाई, वेसे ही मेरे पुरे शरीर मे मानो करंट दोड गया … उसने धिरे धिरे लंड का टोपा अपने मु मैं भर लिया वैसे ही मेरा लंड अब तन के खडा हो गया वो बडी प्यार से चुस रही थी और मे पुरे जोश मे आ रहा था, उसकी चुत अब रीज रही थी, हलका खारा स्वाद उसके चुतसे आ रहा था, मे पुरे स्वाद से उसका रसपान करने लगा. अब रेखा बोली बस राजू अब रहा नही जा रहा, तेरा यह लंड अब मेरे चुत मे डाल के कई दिनो की इसकी प्यास बुजा दे. रेखा मेरे उपर से उठ गई और खुद्द नीचे लेट गयी. मे अब उसके उपर आकार उसे किस करने लगा.
हम ऐसें किस करे जा रहे थे मानो ,हम कई सदीयोसे भुके हो, मे उसके ममो को दबा रहा था, थोडी देर किस करने के बाद मेने अपना मोर्चा उसके बुब की तरफ बढाया. एक हात मे एक बुब और एक बुब मु मे लेके बुब दबा कर चुसने लगा. मे मानो सातवे आसमान पे था. मेरा लंड उसकी चुत को छु रहा था. उससे मेरी और रेखा की उत्तेजन बढ रही थी. रेखा ने अपने हात से मेरा लंड पकड कर अपने चुत पर घुमाया. उसकी चुत बहोत गिली हो चुकी थी. अब उसने मेरा लंड अपने चुत के मु पे सेट किया और एक हात से मेरे बंब को दबाते हुई लंड चुत मे डालने लगी. मेने भी सोचा अब जादा समय नही जाने देना चाहीये.इसलीये मेने भी लंड उसके चुत मे एकदम धीमी गती से डाल दिया. रेखा जोर से सिसकारी..ओहहह …राजा… मेरा आधा लंड उसके गिली चुत मैं समा गया.
सेक्स काम चुदाई कहानी > पड़ोसन की जवान बेटियाँ – भाग ३
जन्नत क्या होगी यह आनंद मेरे को आ रहा था. मेने करिब पाच मिनिटं आधा लंड ही उसके चुत मे अंदर बाहर करणे लगा. रेखा मानो बिना पाणी की मछली के माफिक तडप रही थी. तभी मेने पुरी ताकत से एक जोर का झटका दिया और मेरा पुरा लंड उसके चुत मे समा गया. रेखा इस सुखद आघात से चुहुर उठी. और जोर से सिसकार लेने लगी. मेने भी अपनी राफ्तार अब धिरे धिरे बढाई , वेसेही पुरीबाथरूम ठप्प ठप्प आवाज और रेखा की सिस्कारियोसे भर गयी. मे करिब पाच मिनिट उसको चोदता रहा, बिना लंड चुत से निकाले रेखा मेरे उपर आगयी. अब रेखा मेरे लंड पे मानो कुद रही थी, उसके बडे बडे मम्मे जोर जोर से उछल रहे थे मे दोनो हाथो से उसे दबा रहा था. क्या नजारा था. रेखा अब अपने परम सीमा पर पोहोच गई थी, उसने अपना एक बुब मेरे मु मे दिया ,मे पुरे चाव से चुस रहा था.
अब उसकी स्पीड बढ गयी, जोर जोर से मेरे लंड पे कुद रही थी. अहहाआ अहहहहहहहहहह…..म्म्मम्म्म….. आआआआआआआआ……आवाज के साथ उसने अपना सारा पाणी छोड दिया और मेरे उपर गीर गयी , उसने मेरे को एक दीर्घ किस किया और बाजू हो गयी. लेकीन मेरा अभी बाकी था. तो मेने उसे घोडी बनणे को बोला वैसे ही वो घोडी बनी. मेने पिछेसे उसके चुत मैं लंड डाल दिया और लगा धक्का पेल चोदने , पुरा बाथरूम ठप्प …..ठप्प ….ठप्प आवाज से गुंज रहा था करिब पाच मिनिटं बाद रेखा फिर से गरम होगयी और अपनी गांड पिछे धकेल मुझे साथ देने लगी. अब मे भी और जोश मे आगया और अपनी रफ्तार बढा दि.
सेक्स काम चुदाई कहानी > दोस्त की चुदास बीवी – भाग २
करिब पाच मिनिटं धका पेल चदाई के बाद हम दोनो ही परम सीमा पर पोहच गये आहा आहा ओह के आवाज के साथ मेने मेरा सारा वीर्य रेखा की चुत मे छोड दिया. और रेखा ने भी अपना बदन अकडते हुवे पाणी छोड दिया. मे उसके पीठ पर गीर गया , करिब दो मिनिट बाद मेने लंड बाहर निकाला. उसके चुत से सारा माल टपक रहा था. तब हमको समज आया अरे हम ने कंडोम लाया हुवा मेने पेहना ही नही, सेक्स का हमे नशा ही इतना चढ गया था की हम ऊस आगोश मे कंडोम पेहनाही भूल गया,और उसको भी सेक्स की खुमारी इतनी चढ गयी थी की उसको भी समज नही आया. मे बोला अब क्या करे जानू , वह बोली अब जाने दो जो हुवा सो हुवा अब तू मुझे माला-डी गर्भ निरोधक गोली लाके दे. मे बोला ठीक है .
उस दिन हमने करिब पाच बार हर आसन मैं चुदाई की. मे ऊस दिन कॉलेज ही नही गया. उसके बाद मेने मेडिकल से उसे गोली लाके दी. मेडिकल मे क्या घटना हुवी और कैसे मुझे मेडिकल वाली को चोदनेका मोका मिला वह मे दुसरे कहाणी मे बताउंगा. कुछ महिने बाद रेखा और उसके पती की सुलह हो गयी. वह अपने ससुराल गयी. पर ससुराल जाने से पहले उसने और मेने खूब मजे किये. अब मेरी भी शादी हो गयी है फिर भी महिने दो महिने मे हम जब मोका मील जाय तब चुदाई कर लेते है.
ghar me chudai > Sex Stories in Hindi Fonts
तो दोस्तो कैसी लगी मेरी यह कहाणी. आपके सुजावं और ऐसी बहोतसी सच्ची कहानी लिखने को मुझे प्रेरीत करणे के लिये मुझे जरूर मेल करे. lowprice0000 [at] gmail.com