सैक्स – एक चुदाई कथा

हैल्लो दोस्तों मेरा नाम है आकाश और मैं गुडगाँव का रहने वाला हूँ | मेरी कहानी का टाइटल पढ़कर आप समझ गए होंगे मैं अक्षय कुमार का बहुत बड़ा फैन हूँ और उन्ही की तरह मेरी भी अपनी पत्नी से गांड फटती है | मेरी शादी को तीन साल हो चुके हैं और मेरा एक बेटा है | मैं अपनी पत्नी से बहुत परेशान रहता था और मुझे लगता था कि मेरी परेशानियां कभी ख़त्म नहीं होंगी लेकिन ऊपर वाला सब देखता है और उसने मेरी ज़िन्दगी में एक सुन्दर सा तौफा भेजा मेरी असिस्टेंट | जब से वो मेरी ज़िन्दगी में आई है मैं बहुत खुश रहता हूँ | चलिए अब मैं आपको पूरी बात बताता हूँ |
ये बात है एक साल पहले की जब मेरा प्रमोशन हुआ और मेरा काम बढ़ गया और बॉस ने मेरे लिए एक नई असिस्टेंट भर्ती की | एक दिन सर ने मुझे अपने केबिन में बुलाया और कहा तुम्हारा काम बढ़ गया है तुम्हें एक असिस्टेंट चाहिए होगी | मेरा और सर का हंसी मज़ाक चलता है तो मैं उनसे कहा सर छोडो असिस्टेंट मुझे थोड़े ज्यादा पैसे दे देना सब मैं ही कर लूँगा | तो सर ने कहा ठीक है मैं उससे बोल देता हूँ तो मैंने कहा हाँ ठीक है सर बोल दीजिये | तो सर ने फ़ोन लगाया और कहा निधि को अन्दर भेजो | मैंने जैसे ही निधि नाम सुना मुझे लगा कोई ऐसी वैसी लड़की होगी जो दिखने में कुछ ख़ास नहीं होगी | लेकिन जैसे ही वो अन्दर आई और मैंने उसको देखा तो मैं बस देखता रह गया |
वो बेहद गोरी थी बिलकुल चिकना चेहरा लम्बे और सीधे बाल | उसने ब्लेजर पहना था और नीचे स्कर्ट और वो बिलकुल किस हीरोइन जैसी लग रही थी | तो सर ने कहा देखो तुम्हें इनके असिस्टेंट के सेलेक्ट किया गया था लेकिन तो मैंने बीच में टोंक दिया और कहा तो आप सेलेक्ट हो गई हैं और आपको मेरी असिस्टेंट का काम करना पड़ेगा क्या आपको कोई प्रॉब्लम है ? तो सर मेरी तरफ घूर के देखने लगे और हलके हलके से मुस्कुराने लगे तो मुझे लगा सर समझ गए | तो सर ने कहा ठीक है जाओ सर के केबिन में और काम समझ लो | फिर वो मेरे साथ मेरे केबिन में आई और मैं उसको काम समझाया | मैंने उसको अपना नंबर दिया और कहा जो भी प्रॉब्लम हो मुझे फ़ोन लगा लेना |
वो लड़की बहुत मेहनती थी और बहुत लगन से काम करती थी और मैं सिर्फ उसको काम करते देखता रहता था | मुझे उसके बहुत फ़ोन आते थे और मेरी पत्नी मुझपे बहुत शक करती थी लेकिन मैं उसकी बात पर ध्यान नहीं देता था | एक दिन मैंने ऑफिस से छुट्टी ली थी और उसको फाइल में साइन चाहिए थे तो मैंने उससे कहा मेरे घर आ जाओ और उसको घर का पता बता दिया | वो ढूंढते ढूंढते मेरे घर आ गई और आके मेरे पास बैठ गई | मेरी पत्नी अन्दर थी और उसने उसको देखा नहीं था इसलिए उसने मुझे अन्दर से आवाज़ लगाई और कहा ज़रा इधर आना | तो मैंने कहा अभी मैं काम कर रहा हूँ तो पता नहीं उसको क्या हुआ वो मुझे चिल्लाने लगी और उल्टा सीधा बोलने लगी | अब मैं अपनी असिस्टेंट से आँखें नहीं मिला पा रहा था और थोड़ी देर में वो बाहर आई और उसने उसको देखा तो शांत हो गई |
अब अगले दिन मैं ऑफिस में बैठा था और काम कर रहा था तभी निधि अन्दर आई और मेरे पास बैठ गई | मैं उसकी तरफ नहीं देख रहा था तो उसने मुझसे कहा सर कल के लिए आई एम सॉरी तो मैंने कहा तुम क्यों सॉरी बोल रही हो ? तो उसने कहा अगर मैं नहीं आती तो मैडम आपको इतना सब नहीं बोलती | तो मैंने कहा नहीं तुम्हारी गलती नहीं छोडो इन सब बातों को | तो उसने मेरा हाँथ पकड़ा और कहा सर मुझे कल बहुत बुरा लगा तो मेरे अन्दर का शैतान जग गया और मैंने अपन शैतानी दिमाग चलाना शुरू कर दिया | फिर मैंने उसको हाँथ के ऊपर हाँथ रखा और कहा सिर्फ तुम समझ सकती हो मुझे और मैं रोने धोने वाली बातें करने लगा और वो मेरी बातों में आ गई और मैंने उसको गले लगा लिया | उसकी आँखों में आंसू आ गए थे और वो मेरे गले लग कर रोने लगी |
मुझे उसकी सहानुभूति मिल चुकी थी बस अब मेरा उसको प्रोपोस करना बाकी था तो मैंने फिर कुछ दर्द भरी बातें की और उससे कहा देखो मुझे सिर्फ तुम ही समझ पाती और मैं तुम्हें बहुत पसंद करता हूँ और मुझे लगता है मैं तुमसे प्यार करने लगा हूँ | तो उसने कहा सर आप शादीशुदा है और आपका एक बेटा भी है | तो मैंने कहा मैं सिर्फ तुम्हें मेरा हमदर्द बनने को कह रहा हूँ | तो उसने मेरा हाँथ पकड़ा और चूम लिया और कहा मैं आपके लिए कुछ भी बनने को तैयार हूँ | अब मैं बात चुदाई की तरफ मोड़ना शुरू की और कहा मेरे पत्नी मुझे मारती है और खुद को हाँथ लगाने भी नहीं देती मेरी भी कुछ ज़रूरतें है | तो उसने कहा सर आपकी जो भी ज़रूरत है मुझसे बताईये मैं पूरा करुँगी |
तो मैंने कहा नहीं तुम्हारे साथ मैं कैसे कुछ कर सकता हूँ ? तो उसने कहा सर कोई बात नहीं सिर्फ वही तो करना है | तो मैंने उससे कहा क्या तुम सच में तैयार हो ? तो उसने सिर हिलाते हुए कहा हाँ क्यों नहीं | तो मैंने बिलकुल भी देर नहीं लगाई और उससे कहा चलो एक जगह चलते हैं | मेरा शहर के बहार एक घर था जहाँ मैं छुट्टियों में जाया करता था और मैं उसको लेकर वहां पहुँच गया | मैं उसको लेकर अन्दर गया और फर्स्ट फ्लोर पर एक कमरे में ले जा कर उसे बिस्तर पर बैठा दिया | वो बिस्तर पर बैठ गयी और कहने लगी अब क्या सर ? तो मैं उसके करीब गया और धीरे से उसको होंठों को चूम लिया |
जैसे ही मैंने उसको किस किया वो शर्मा गयी तो मैंने उसका मुंह ऊपर किया और फिर से उसको किस करना शुरू कर दिया | मैं उसके होंठों को चुसे जा रहा था और उसकी स्ट्रॉबेरी वाली लिपस्टिक का स्वाद ले रहा था | फिर मैंने उसको होंठों को चूमते हुए नीचे आया और उसके गले को चूमने लगा और वो ठंडी आहें भरने लगी | फिर मैंने उसके गले को चूमता रहा और शर्ट के ऊपर से उसके दूध दबाने लगा | फिर मैंने उसका ब्लेजर उतारा और शर्ट के बटन खोल दिए और ब्रा ऊपर करके उसके दूध दबाने लगा | फिर मैंने उसकी शर्ट और ब्रा भी उतार दी और उसका एक दूध दबाते हुए दूसरा दूध चूसने लगा | उसके दूध बहुत गोरे थे और निप्पल थोड़े थोड़े ब्राउन थे | फिर मैंने उसके दोनों दूध को साथ में पकड़ा और दोनों को साथ में चाटने लगा और वो उम्म्म्म उम्म्म्मम्म ऊह्ह्ह्हह्ह ऊम्म्म्म ईह्ह्ह्हह करने लगी |
उसने स्कर्ट पहनी थी और मैंने नीचे से उसकी स्कर्ट में हाँथ डाला और उसकी चूत पर उंगलियाँ फिराने लगा | फिर उसको एकदम से जोश चढ़ गया और उसने मुझे खड़ा कर दिया और मेरी पेंट खोलकर मेरे लंड को पकड़ हिलाने लगी | उसने मेरा लंड ऊपर से पकड़ा और बहुत जोर जोर से हिलाने लगी और जिससे मुझे बहुत मज़ा आ रहा था | फिर उसने मेरा लंड चुसना शुरू किया और थोड़ी देर में मेरा माल उसके मुंह में झड गया | फिर मैंने उसको बिस्तर पर लिटाया और उसकी स्कर्ट ऊपर करके उसकी पैंटी उतार दी और उसकी चूत चाटने लगा | उसकी चूत में बिलकुल भी बाल नहीं थे जैसे कि आज ही साफ़ की हो |
फिर उसकी चूत चाटते चाटते मेरा लंड भी खड़ा होने लगा और थोड़ी देर में पूरा तन के खड़ा हो गया | फिर मैंने खड़ा हुआ और उसकी चूत पर लंड रखकर घिसने लगा | वो ईइस्स्स्स स्स्स्सस्स्स्स इस्स्स्सस कर रही थी और हवस भरी निगाहों से मुझे देख रही थी | फिर मैंने उसकी चूत में लंड घुसा दिया और उसकी एकदम से चीख निकल गई | फिर मैंने धीरे धीरे उसकी चूत में लंड अन्दर बाहर और वो आअह्ह्ह्ह ह्ह्ह्हह्ह आह्ह्ह्हह्ह अह्ह्ह्हह्ह करती रही और थोड़ी देर बाद मैंने जोर जोर के झटके मारना शुरू कर दिए | अब वो दर्द भरी आवाज़ में अह्ह्ह्हह अह्ह्ह्हह्ह ईह्ह्ह्हह हां हां हाँ आह्ह्हह्ह अह्ह्ह्हह्ह और और और अह्ह्ह्हह अह्ह्ह्हह उह्ह्हह्ह उह्ह्ह्ह कर रही थी |
फिर मैं बिस्तर पर लेट गया और वो मेरे लंड के ऊपर बैठ कर उचकने लगी | वो 10 मिनिट तक मेरे ऊपर उचकती रही और फिर थक के लेट गयी और मैंने लेटे लेटे उसको 5 मिनिट और चोदा और फिर मेरा मुट्ठ निकला और मैंने सारा मुट्ठ उसकी चूत के ऊपर गिरा दिया | फिर हम दोनों चिपक कर लेट गए और थोड़ी तक बाद सो गए और फिर जब उठे तो हमने फिर से चुदाई की और थोड़ी देर बाद हम दोनों अपने अपने घर चले गए | अब जब भी मेरा मन मेरी पत्नी की वजह से ख़राब होता है तो मैं उसके पास चला जाता हूँ और वो मेरी सारी टेंशन भगा देती है |